कोविड वैक्सीन के साइड इफेक्ट्स से हमें डरने की आवश्यकता है? कोविड वैक्सीन से जुड़े सभी प्रकार के सवालों का जवाब

किसी भी टीके की तरह, COVID-19 के टीके भी साइड इफेक्ट्स/दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के या मध्यम होते हैं और कुछ दिनों के भीतर अपने आप चले जाते हैं। जैसा कि किसी भी टीके की तरह, COVID-19 टीके भी दुष्प्रभाव पैदा कर सकते हैं, जिनमें से अधिकांश हल्के या मध्यम होते हैं और कुछ दिनों के भीतर अपने आप चले जाते हैं।

कोविड वैक्सीन के विशिष्ट दुष्प्रभावों में शामिल हैं

  • इंजेक्शन स्थल पर दर्द
  • सरदर्द
  • बुखार
  • थकान
  • मांसपेशियों में दर्द
  • ठंड लगना
  • दस्त

कोविड वैक्सीन/टीका लेने के बाद क्यों आते हैं उसके साइड इफेक्ट्स?

वैक्सीन बनाने में उसी वायरस का प्रयोग किया जाता है जिस वायरस के कारन वह इन्फेक्शन होती है। पर ठीके में प्रयोग किये जाने वाले वायरस कमजोर किये जा चुके होते हैं, वह या तो मरे हुए होते हैं या वायरस के बीमारी करने वाले अंग को हटा कर उससे वैक्सीन बनाई जाती है।

लेकिन स्वीकृत टीकों में से कोई भी जीवित वायरस नहीं है जो COVID-19 का कारण बनता है, जिसका अर्थ है कि COVID-19 टीके आपको COVID-19 से बीमार नहीं कर सकते

कोविड वैक्सीन कैसे काम करती है?

जब कोई वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करते हैं तब हमारे इम्यून सिस्टम/रोग प्रतिरोधक क्षमता शरीर में रक्त का प्रवाह तेज कर तापमान को बढ़ा देती है ताकि वायरस को मारा जा सके। वैक्सीन भी इसी तरह से काम करती है, लेकिन हमें बीमार किये बिना।

वैक्सीन में मौजूद ऐन्टीबॉडी हमारे शरीर के इम्यून सिस्टम को एक्टिवेट करने का काम करती है। वैक्सीन लेने के बाद किसी साइड इफेक्ट्स के बिना इम्युनिटी को मजबूत बनाना बिलकुल सामान्य है, इसीलिए कुछ लोगों में वैक्सीन लेने के बाद हल्के से माध्यम लक्षण जैसे की इंजेक्शन लगे जगह पर दर्द, बुखार या ठण्ड का लगना भी सामान्य बात है।

ये साइड इफेक्ट्स कुछ दिनों तक रहती है फिर अपने आप ठीक भी हो जाती है। वैक्सीन, रोग से हमारी सुरक्षा करने में मदत करती है और टीका लगवाने के बाद साइड इफेक्ट्स का अनुभव करने का मतलब है कि टीका अपना काम कर रही है और आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली उसी तरह प्रतिक्रिया दे रही है जैसे उसे करनी चाहिए।

जब वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग कोविड पॉजिटिव हो जा रहे हैं तो, क्या हमें वैक्सीन लगवानी चाहिए?

ऐसा देखा गया है की वैक्सीन लगवाने के बाद भी लोग कोविड पॉजिटिव हुए हैं, पर ऐसे डेटा सामने आये हैं जिसके मुताबिक वैक्सीन के पहली डोज के बाद से ही कोविड से सुरक्षा मिलने लगती है।

अगर कोई वैक्सीन की पहली डोज लगवाने के बाद कोविड पॉजिटिव हुआ है तो उसे वायरस से 60 – 70% तक कोरोना से सुरक्षा मिलने लगती है, और वैक्सीन की दूसरी डोज लेने के 15 दिनों बाद से ही वैक्सीन का सुरक्षा कवच कोरोना का असर ख़त्म कर देता है।

हाल के Covishield और Covaxin के डेटा की विश्लेषण के अनुसार वैक्सीन के दोनों डोज लेने के बाद केवल 0.04% लोगों को ही कोरोना का बस माइल्ड इन्फेक्शन हुए हैं।

कोविड वैक्सीन की दूसरी डोज क्यूँ है आवश्यक?

जब हम कोविड -19 वैक्सीन की पहली डोज लेते हैं, तो यह एक डोज होती है जिसे प्रमुख डोजके रूप में जाना जाता है और यह हमारे इम्यून सिस्टम को प्रतिरक्षा प्रणाली या एंटीबॉडी बनाने के लिए प्रेरित करती है। यदि आप पहली डोज लेते हैं, तो आपको कुछ एंटीबॉडी मिलेंगे, लेकिन वे लंबे समय तक नहीं रहते अथवा धीरे-धीरे समय के साथ कम हो जाते हैं।

लेकिन जब आप दूसरी डोज लेते हैं, जिसे बूस्टर डोज कहा जाता है, तो यह वास्तव में आपके प्रतिरक्षा प्रणाली को बड़ी संख्यां में उत्पादन करने के लिए तैयार कर देता है।

साथ हीं यह कोशिका-मध्यस्थ या सेल-मेडिएटेड एंटीबॉडी देता है जो संक्रमण के खिलाफ एक और रक्षा तंत्र प्रणाली है जो हमारी स्मृति कोशिकाओं को करता है, जिससे शरीर लंबे समय तक संक्रमण को याद रखता है और उससे लड़ने के लिए तैयार भी, यह बाद में भी जल्दी से एंटीबॉडी का उत्पादन करने में मदद करता है। इसलिए दूसरी डोज आपके शरीर को कोविड वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए जरूरी है।

क्या मासिक धर्म या मेंस्ट्रुअल साइकल के दौरान वैक्सीन लेनी चाहिए?

हाँ, मासिक धर्म के दौरान भी महिलाएं और लड़कियाँ वैक्सीन लगवा सकती हैं।

टीकाकरण के बाद प्रतिरक्षा बनाने में कितना समय लगता है?

अपोलो के हेल्थ एक्सपर्ट्स का कहना है की वैक्सीन की की सिर्फ पहली डोज आपको कोविड से बचाने के लिए पर्याप्त नहीं है इसलिए दोनों डोज के लग जाने के एक से दो हफ्ते के बाद से हमारा शरीर कोविड से लड़ने के तैयार हो चूका है।

कोविड टीकाकरण के बाद बरती जाने वाली सावधानियां

मास्क पहनना अनिवार्य है, हाथ की नियमित सैनिटिज़ेशन या सफाई जरूरी है, समाजक दूरी का पालन करनी है।

ध्यान देने योग्य बातें

वैक्सीन प्राप्त करने पर, एक व्यक्ति को टीकाकरण स्थल पर 25 – 30 मिनट तक रहने का अनुरोध किया जाना चाहिए ताकि किसी भी तत्काल प्रतिक्रिया के मामले में स्वास्थ्य कार्यकर्ता उपलब्ध हों। व्यक्तियों को टीकाकरण के बाद अपने स्थानीय स्वास्थ्य प्रदाताओं को सतर्क करना चाहिए यदि वे किसी अप्रत्याशित दुष्प्रभाव या अन्य स्वास्थ्य घटनाओं का अनुभव करते हैं – जैसे कि तीन दिनों से अधिक समय तक चलने वाले दुष्प्रभाव।

जैसा कि diagnostic ​​परीक्षणों के परिणामों में दिखाया गया है, कोविड वैक्सीन अधिक गंभीर या लंबे समय तक चलने वाले दुष्प्रभाव संभव हैं। प्रतिकूल घटनाओं का पता लगाने के लिए टीकों की लगातार निगरानी की जाती है।

यदि वैक्सीन लगने के बाद आपको निम्नलिखित से अधिक समस्या होती है तो आपको अपने डॉक्टर से अवश्य मिलकर सलाह लेनी चाहिए।

WHO सहित राष्ट्रीय प्राधिकरण और अंतर्राष्ट्रीय निकाय, COVID-19 वैक्सीन के उपयोग के बाद किसी भी अप्रत्याशित दुष्प्रभाव के लिए बारीकी से निगरानी कर रहे हैं।

टीके सुरक्षित हैं, और टीका लगवाने से आपको COVID-19 से बचने में मदद मिलेगी।

इन दिनों देश में कोविड से ठीक हो चुके लोगों में Mucormycosis/ब्लैक फंगस के इन्फेक्शन का भी खतरा बना हुआ है, क्यूंकि देश के विभिन्न राज्यों से इसके मामले में लगातार वृद्धि होने के रिपोर्ट दर्ज किये गए हैं। ऐसे में अगर आपको कोविड इन्फेक्शन हुआ है या फिर आप कोविड से पूरी तरह ठीक हो चुके हैं फिर भी आपको अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखना चाहिए। जानें ब्लैक फंगस से संबंधित सभी जानकारियाँ