यह जानना आवश्यक है की रामायण की प्रसिद्ध नगर जैसे अयोध्या, चित्रकूट, किष्किंधा इन सभी का बाद में क्या हुआ?
ऐसा इसलिए ताकि हम भी यहूदियों की तरह खुद पर हुए अत्याचारों को याद रखे और अपने भविष्य को सुरक्षित
ऐसा इसलिए ताकि हम भी यहूदियों की तरह खुद पर हुए अत्याचारों को याद रखे और अपने भविष्य को सुरक्षित
आज के दृष्टिकोण को ध्यान में रखते हुए सन्यासी श्री श्रद्धानन्द जी द्वारा लिखित यह पुष्तक “हिन्दू संगठन” हिन्दू समाज