अमेरिका द्वारा 7 लाख करोड़ का बजट जारी किया गया है, जिससे वो लेज़र निर्देशित परमाणु मिसाइल खरीदने के साथ – साथ पुराणी मिसाइलों को नयी तकनीक के साथ प्रतिस्थापित करेगा, साथ ही युद्ध के लिए सभी जरूरी उपकरणों को जूटा कर खुद को तैयार करने में जोरों से जुट गया है। तथा वो अपने सभी पुराने मित्र देशों के साथ संबंधों को फिर से मजबूत करने में लगा है।
माना जा रहा की अमेरिका के इस तैयारी की वजह रूस और चीन है, बता दें की हाल के वर्षों से जिस तरह से अमेरिका अपनी जगह से निचे की तरफ लगातार फिसलता जा रहा है और अपनी जगह पर चीन को बढ़ता देख उसका मानना है की जिस तरह से ये दोनों देश आये दिन कुछ न कुछ गड़बड़ लगातार कर रहे हैं।
ऐसे में चीन और रूस साथ मिल कर आने वाले दिनों में उसके वैश्विक साख को ना छीन ले जाए, यही वजह है जिसके कारन अमेरिका ने चीन को G7 के देशों में घुसने तक नहीं दिया।
ऐसे में इन तीन देशों की वजह से, पूरे विश्व में साफ़ देखा जा सकता है की एक अलग सा माहौल तैयार हो रहा है, और तीनों देश अपने – अपने खिलाड़ी तैयार करने में जुटे हैं, जिस तरह से फ्रांस का पाकिस्तान और लीबिया के साथ, फ्रांस का इस्लामिक सोच के साथ, इजराइल का सीरिया और ईरान के साथ, ऑस्ट्रेलिया का चीन के साथ, सिंगापूर का चीन के साथ, भारत का चीन के साथ, भारत का पाकिस्तान और चीन के साथ, ईरान और इराक के बिच अन्य अन्य वजहों से झड़प होते ही रहते हैं।
ऐसे में इसके प्रभाव से सभी देश अपने विचारधारा वाले देशों को एक करने में लगे हैं, तथा ये सभी देश अपने दोस्त देशों के साथ दोस्ती को को भी मजबूत कर रहे हैं जैसे भारत का अमेरिका, फ्रांस, इसराइल के बिच का सम्बन्ध तथा पाकिस्तान का चीन के साथ एक नए प्रकार के संबंध उभर के सामने आ रहा है। जिससे साफ़ प्रतीत होता है की ये विश्व युद्ध – 3 की तरफ बढ़ता हुआ कदम है!!!
क्यूँकि जिस तरह से सभी देश अपने – अपने सुरक्षा बजट को बढ़ा रहे हैं के अपने साथ के सभी देशों के संबंधों को मजबूत कर रहे हैं इससे साफ़ झलक रहा की अब जल्द ही कुछ बड़ा होने वाला है !
हाल ही के दिनों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में भारत के मंत्रिमंडल की सुरक्षा समिति ने 13 जनवरी को, IAF (भारतीय वायु सेना) की लड़ाकू क्षमता को बढ़ाने के लिए ₹48,000 करोड़ का सौदा करने जा रही है, जिसमे उन्नत तेजस विमान खरीदने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी, जो अब तक की सबसे बड़ी स्वदेशी रक्षा खरीद है।
जिसमे MK -1A वैरिएंट के 73 LCA तेजस विमान और 10 LCA तेजस MK -1 ट्रेनर विमान, ₹1,202 करोड़ रुपये के बुनियादी ढांचे के डिजाइन और विकास के लिए किये जायेंगे खर्च।